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Showing posts from April, 2025

Jaggery& Fox Nuts

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* फूल मखाने और गुड़* मखाने और गुड़ खाएं, सेहत को चौंकाने वाले फायदे मिलेंगे    मखाना कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है।  गुड़ में भी कैल्शियम और अन्य मिनरल्स होते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं।  मखाना और गुड़ दोनों में ही फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन  को सही करता है। यह कब्ज और  पाचन संबंधी समस्याओं से आराम दिलाता है।  मखाना कम कैलोरी वाला और फाइबर से भरपूर होता है, जो वजन कम करने में मदद करता है।  गुड़ मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे कैलोरी बर्न होती है।  गुड़ में प्राकृतिक शर्करा होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। मखाना भी ऊर्जा का अच्छा स्रोत है।  गुड़ में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करता है।  मखाना और गुड़ दोनों में ही एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। *कैसे खायें*  मखाने और गुड़ को एक साथ भूनकर   मखाने की खीर बनाकर उसमें गुड़ डाल कर  ...

ArjunaBank & Cinnamon

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* अर्जुन की छाल और दाल चीनी* अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा पीने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन  में सुधार आता है  इसका नियमित रूप से उपयोग  नसों में ब्लड क्लॉटिंग की परेशानी को कम करके शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार करता है।  इससे हार्ट ही पम्पिंग क्षमता को बेहतर करने में मदद मिलती है,,,। अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा पीना सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है, खासकर हृदय स्वास्थ्य के लिए,,। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है, कोलेस्ट्रॉल कम करता है और पाचन में भी मदद करता है.।। अर्जुन की छाल हृदय के लिए फायदेमंद होती है, यह कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है, जिससे हृदय मजबूत होता है.  यह रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है और रक्त के थक्कों को बनने से रोकता है.  दालचीनी पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है, जबकि अर्जुन की छाल पाचन तंत्र को साफ रखने में मदद करती है.   यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है.  अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा पीने से पेशाब से जुड़ी समस्याएं, गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं ...

Old HeadAche

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* पुराना सर दर्द* सर दर्द बहुत तकलीफ़ देह होता है और अगर दर्द पुराना हो तो बहुत ज्यादा तकलीफ़ देता है     इससे छुटकारा पाने के लिए  घरेलू उपाय  तुलसी की पत्तियाँ - 50 ग्राम अश्वगंधा - 25 ग्राम गिलोय - 25 ग्राम  नागकेसर - 10 ग्राम  शहद - 1 चम्मच  तुलसी की पत्तियों, अश्वगंधा, गिलोय, और नागकेसर को मिलाकर पीस लें शहद मिलाएं।  गर्म दूध में इस मिश्रण को मिलाएं।  इस का सेवन दिन में दो बार करें। . पुरान से पुरानेे सर दर्द को कम करता है। . तनाव और थकान को कम करता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।  नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।  शरीर को आराम और शांति प्रदान करता है     तेज मसालेदार भोजन से बचें, क्योंकि यह सर दर्द को बढ़ा सकता है।  कैफीन और अल्कोहल का सेवन  नहीं करें या ,कम से कम करें, क्योंकि यह सर दर्द को बढ़ा सकता है।  तनाव और थकान से बचें, क्योंकि यह सर दर्द को बढ़ा सकता है। नींद की कमी से बचें, क्योंकि यह सर दर्द को बढ़ा सकता ह दवा का सेवन दिन में 2-3 बार करें, 1-2 चम्मच की मात...

Bronze Bowl

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* कासी की कटोरी*  एक ग्रन्थ है जिसका नाम है "पदभ्यंग" जिसका मुख्य उपचार कांसे की कटोरी से पैरों पर गाय का घी या नारियल का तेल मलना है और इसके लाभ इस प्रकार हैं शरीर में वात की मात्रा कम करने के लिए  शरीर में बनने वाली अतिरिक्त गर्मी को कम करने के लिए  आंखों की मांसपेशियों को उत्तेजित करने के लिए  शरीर की थकान कम करने और ठंडक बढ़ाने के लिए मधुमेह के कारण पैरों में संवेदना कम होने पर  अनिद्रा की समस्या को काबू में रखने के लिए  पित्त कम करने के लिए  दर्द की मात्रा को कम करने के लिए जैसे घुटने का दर्द, एड़ी का दर्द, कमर का दर्द  पैरों की सूजन कम करने के लिए फटे तलुए और पैरों में जलन की समस्या को कम करने के लिए   वैरिकाज़ नसों में उपयोगी  आंखों के नीचे काले घेरे कम करने के लिए चेहरे के काले धब्बे कम करने के लि यह उपचार वात को कम करने और सीमित करने में बहुत प्रभावी पाया गया है, जो कई बीमारियों की जड़ है हमारे शरीर मे नाड़ियाँ हैं, जिनमें से अधिकांश हाथ और पैरों के तलुवों में समाप्त होती हैं, इसलिए तलुए की मालिश कई दर्दों के लिए एक ...

BURP

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* डकार* डकार आना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है, जिसमें पेट में मौजूद अतिरिक्त हवा मुंह के रास्ते बाहर निकलती है।  डकार आना अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह पाचन प्रणाली के कार्य का एक हिस्सा है। लेकिन  बार-बार डकार आना, बदहजमी, एसिडिटी या अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है। जब हम खाना खाते हैं, पानी पीते हैं या बात करते हैं, तो हमारे साथ-साथ कुछ हवा भी निगल ली जाती है। यह हवा पेट में इकट्ठा हो जाती है और जब वह अधिक हो जाती है, तो शरीर उसे बाहर निकालने के लिए डकार के रूप में रिलीज़ करता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिससे पेट का दबाव कम होता है। डकार आने के  कारण जब कोई व्यक्ति बहुत तेज़ी से खाता है या पीता है बात करते हुए खाना च्यूइंग गम चबाना स्ट्रॉ से ड्रिंक पीना धूम्रपान इन आदतों से मुंह के जरिए ज्यादा हवा पेट में जाती है, जो डकार के रूप में बाहर आती है। कोल्ड ड्रिंक, जैसे पेय पदार्थों में कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है। जब इनका सेवन किया जाता है, तो गैस पेट में जमा होती है और डकार के रूप में निकलती है बदहजमी जब खाना सही से नहीं पचता,...

WARTS

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* मस्से* त्वचा पर पेपीलोमा वायरस के कारण छोटे, खुरदुरे कठोर पिंड बन जाते हैं जिसे मस्सा कहते हैं। कई बार बढ़ती उम्र के साथ कई जगह शरीर पर कई तरह के मस्से निकल आते हैं।  ये मस्से कई बार ऎसी जगह हो जाते हैं जिनसे परेशानिया आती है इन अनचाहे मस्सो को आराम से हटाया जा सकता *मस्सा दूर करने के घरेलू नुस्खे*  रूई में नींबू का रस निचोड़ें और इसे मस्से पर लगा दें। कुछ देर बाद इसे पानी से धो लें  लगातार दो-तीन सप्ताह तक करने से मस्सा गल कर खत्म हो जाएगा खट्टे सेब के जूस को लीजिए दिन में कम से कम तीन बार मस्से की जगह पर लगाइए। इस जूस को नियमित रूप से लगाने पर  मस्से धीरे-धीरे झड़ जाएगें  आलू को छीलकर काट लीजिए, उसके कटे हुए हिस्‍से को मस्‍सों पर रगडिए, ऎसा करने से कुछ दिनों में मस्‍से समाप्‍त हो जाते हैं।   प्याज के रस को  नियमित रूप से लगाने से मस्‍से समाप्‍त होते हैं।  बेकिंग सोडा और अरंडी के तेल को रात में मस्सों लगाकर सो जाइए, ऎसा करने से मस्‍से धीरे-धीरे मस्‍से समाप्‍त हो जाते हैं।  . मस्‍से वाले हिस्‍से पर पाइनेपल के जूस में लगाईए ...

Anaemia

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* खून की कमी*      कुछ फल होते है जो रक्त  बढ़ाने में सहायक होते हैं और शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं।  इनमें मुख्य रूप से अनार, चुकंदर, सेब, गाजर, अंगूर, और खजूर,  शामिल हैं। इनके सेवन सही तरीके से करने से खून की कमी में फायदा होता है सुबह खाली पेट 1 गिलास अनार का रस पिएं या 1 मध्यम आकार का अनार खाएं। अनार का रस निकालते समय,  छिलकों सहित पीसें, इससे अधिक आयरन मिलता है।  शहद के साथ अनार का रस लेने से,  आयरन बढ़ता है। यदि कब्ज की समस्या हो, तो गुनगुने पानी के साथ अनार रस लें। खाली पेट ज्यादा मात्रा में,  अनार का सेवन एसिडिटी बढ़ा सकता है। सर्दियों में,  अनार का रस पीने के स्थान पर,  ताजे अनार के दानों का सेवन अच्छा विकल्प है। 1 गिलास चुकंदर और गाजर का रस,  सुबह या दोपहर में पिएं।  चुकंदर को उबालकर या सलाद के रूप में खाएं  चुकंदर और अनार का रस मिलाकर पीने से,  रक्त निर्माण तेज होता है।     ध्यान रहे चुकंदर से,  पेट में गैस या भारीपन हो सकता है। इसलिए,  इसे नींबू और काला नम...

Calcium

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* कैल्शियम*  कैल्शियम कमी से जोड़ों का दर्द शुरू हो जाता है  असहनीय दर्द के कारण ना ही बैठते बनता है और ना ही ढंग से खड़े हो पाते हैं। हड्डीयों मजबूती के लिए विटामिन डी बेहद जरूरी है। कसरत नहीं करने से  बाहरी सामन खाने से शरीर में विटामिन डी की भी कमी होने लगती है।   ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे जिसके सेवन से  जोड़ों में दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते  हैं।  कैल्शियम से भरपूर सहजन जोड़ों के दर्द को दूर करने में बहुत मददगार है। सहजन में 92 तरह के मल्टीविटामिन्स, 46 तरह के एंटी आक्सीडेंट गुण, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड मिलते हैं। ऐसा माना जाता है कि मात्र 100 ग्राम सहजन में 5 ग्लास दूध के बराबर कैल्शियम होता है। मशरूम कैल्शियम, फास्फोरस और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। सर्दियों के मौसम में मशरूम का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। रागी एक तरह का आनाज है जिसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शिययम पाया जाता है।  रागी के आटे से बने रोटी को अपने भोजन में शामिल क...

Sarcopenia

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* कमजोर मांसपेशियां* (*सरकोपेनिया*,) उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर के-मांसपेशयों  की ताकत में गिरावट आती है। मांसपेशियों की कमजोरी को सरकोपेनिया कहा जाता है।  जानकारी व सजगता के अभाव में यह बीमारी डायबिटीजटाइप-2 की तरफ ले जाती है।  सरकोपेनिया आमतौर पर बुजुर्ग और गतिहीन व्यक्ति और उन रोगियों को प्रभावित करता है जिनमें शारीरिक गतिविधियों कम  होती हैं शारीरिक गतिविधि को ख़राब करती है अधिक से अधिक खड़े रहने की आदत डालनी चाहिए ,कम से कम बैठें. यदि आप बैठ सकते हैं तो कम से कम लेटें। अगर कोई उम्र दराज  व्यक्ति अस्पताल में भर्ती है तो *उसे ज्यादा आराम करने के लिए ना कहें लगातर लेटने और बिस्तर पर बैठने की सलाह न दें*। एक सप्ताह तक लेटे रहने से मांसपेशियाँ की संख्या  5% कम हो जाती है। बुजुर्गआदमी अपनी मांसपेशियों का पुनर्निर्माण नहीं कर सकता, एक बार वे ख़त्म हो गईं तो हो गईं।   वरिष्ठ नागरिकों के लिए परिजन सेवा करने वाले लगते हैं वह ग़लत है क्योंकी निष्क्रिय रहने से  उनकी मांसपेशियाँ जल्दी ही कमजोर हो जाती हैं।  सरकोपेनिया  ऑस्टियोपो...

Absinthe

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* चिरायता* (Swertia chirayita)   चिरायता एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो खासतौर पर अपने कड़वे स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है।  इसका उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है।  चिरायता  पाचन‌ को सही करके अपच, गैस, और कब्ज जैसी समस्याओं में आराम देता है।   यह  मलेरिया‌ को कम करने में सहायक होता है और शरीर का तापमान नियंत्रित करता है।  चिरायता लिवर को डिटॉक्स करता है और हेपेटाइटिस व अन्य लिवर संबंधी रोगों को दूर करने ‌में मदद करता है।  डायबिटीज़ के मरीजों के लिए यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार माना जाता है। फोड़े-फुंसी, एक्जिमा, और खुजली जैसी त्वचा की बिमारियों को दूर करने में सहायक है   चिरायता  शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। ध्यान रहे‌ इसका तीव्र कड़वा स्वाद कुछ लोगों के लिए असहनीय हो सकता है उल्टी कर सकता है। यह ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है, इसलिए लो बीपी के मरीजों को लेने के पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए  गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना डॉक्टर की सला...

Hair Problems

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* बालों की समस्याएं* आज कल की जिंदगी में फैशन की अंधी दौड़ में बालों का ध्यान नहीं रखते और बालों की कई समस्या पैदा हो जाती है जिसमें बालों के झड़ने, रूसी (डैंड्रफ), और बालों की ग्रोथ आदि  वैसे तो दानमैथी खाद्य पदार्थ है पर औषधि गुणों से भरपूर दानमैथी के और भी उपयोग है          2 बड़े चम्मच दानामेथी  4 टेबलस्पून दही मेथी को रात भर पानी में भिगो दे सुबह उसे पीसकर पेस्ट बना लें।  इसमें दही मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें। बालों की जड़ों में लगाएँ और 30-40 मिनट के लिए छोड़ दें। हल्के शैम्पू से धो लें। बालों का असमय झड़ना रुक जाएगा        2 टेबलस्पून दानामेथी पाउडर    3-4 टेबलस्पून नारियल तेल।  दाना मेथी पाउडर ले  इसे हल्के गर्म नारियल तेल में मिलाएं। जड़ों में मालिश से लेकर पूरे बालों की मालिश करें  1 घंटा रखें फिर शैम्पू से धो लें। बालों की ग्रोथ बढ़ जाएगी       2 टेबलस्पून दानामेथी पाउडर   2 टेबलस्पून एलोवेरा जेल  दानामेथी पाउडर में एलोवेरा जेल मिलाएं। अच्छी तरह से बालो...

Fumrtory

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* पित्तपापड़ा*             पित्तपापडा जिसे फ्यूमिनेरी भी कहते हैं कई बीमारियों के लिए फायदेमंद है, जैसे कि त्वचा की समस्याएं, बुखार, उल्टी, और पाचन संबंधी विकार.  पित्तपापड़ा के कुछ प्रमुख फायदे: त्वचा संबंधी समस्याओं में: यह खुजली, जलन, घाव और संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है.  पित्तपापड़ा बुखार को कम करने में मदद करता है.  पाचन संबंधी समस्याओं में यह उल्टी, दस्त और पेट दर्द में आराम दिलाता है.  आँखों के रोगों में: यह आंखों के बाहरी हिस्से में सूजन या खुजली होने पर आराम दिलाता है.  यह रक्त को शुद्ध करने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.  यह सर्दी-जुकाम, मुंह की बदबू, और लिवर से जुड़े रोगों में भी फायदेमंद होता है.  पित्तपापड़ा की पत्तियों के रस को घाव पर लगाने से घाव जल्द भरने लगता है. पित्तपापड़ा की पत्तियों के रस में शहद मिलाकर पानी के साथ उबालकर पीने से उल्टी आना बंद हो जाता है. पित्तपापड़ा की पत्तियों के रस को उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से बुखार उतर जाता है. पित्तपापड़ा की पत्तिय...

WATER

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*पानी* पानी तो  हम रोज़ ही पीते है, लेकिन सही तरीके से पीने से सेहत को फायदा हो सकता है। घूँट-घूँट करके पिये  एकदम बोतल या गिलास खाली करने की जल्दी नहीं  करे  छोटे-छोटे घूँट लो, ताकि शरीर को पानी अच्छे से सोखने का मौका मिले।  गटागट पीने से पेट में भारीपन हो सकता है।  खड़े होकर पानी पीने की आदत छोड़ दो। बैठकर पीने से शरीर पानी को बेहतर तरीके से प्रोसेस करता है।  सुबह उठकर सबसे पहले एक-दो गिलास गुनगुना या सामान्य पानी पीना बहुत अच्छा है। ये पाचन को दुरुस्त करता है और शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है। बहुत ठंडा या बहुत गर्म पानी बार-बार नहीं पीना चाहिए गुनगुना या कमरे के तापमान का पानी सबसे अच्छा है।  ठंडा पानी पाचन को धीमा करता है। खाने के बीच में कम: खाना खाते वक्त ज़्यादा पानी नहीं पीना चाहिए  बस एक-दो घूँट काफी हैं। खाने के आधे घंटे बाद या पहले पानी पीना बेहतर है, ताकि पाचन में दिक्कत न हो।  एक बार में ढेर सारा पानी पीने की बजाय, दिनभर में थोड़ा-थोड़ा पीना चाहिए औसतन3/4 लीटर पानी दिनभर में काफी है, लेकिन ये मौसम, काम और शरीर पर ...

Black Pepper & Cooper Water

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* काली मिर्च और तांबे  का पानी*  तांबे के बर्तन में पानी भर कर  उसमें काली मिर्च डालने के लाभ  तांबे के बर्तन में पानी स्टोर करने से स्वास्थ्य लाभ होता है  जैसे कि पाचन में सुधार, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना, और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होता है।  पानी स्टोर करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। तांबा एक भारी धातु है, और अधिक मात्रा में इसका सेवन हानिकारक हो सकता है काली मिर्च पाचन में सुधार करने में मदद करती  है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।  काली मिर्च में पिपेरिन नामक एक यौगिक होता है, जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर ता है, जैसे कि दर्द निवारण और सूजन कम करने में मदद करना। काली मिर्च की मात्रा का ध्यान रखें, 5लीटर में 5/7दाने क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन पेट दर्द और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है।  तांबे के बर्तन और काली मिर्च की स्वच्छता का ध्यान रखें ताकि दूषित पानी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके।  यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो तांबे के बर्तन में पानी स्टो...

MIGRAINE

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* माइग्रेन*             माइग्रेन के दर्द से छुटकारा मिलेगा इन खास नुस्खों से  किसी भी मौसम में कभी यह सूखे धनिए का दूध पी सकते हैं। इसका असर 1 महीने में होता है  सूखा धनिए का दूध बनाने के लिए एक बर्तन में 1 चम्मच घी डालकर  1 चम्‍मच सूखा धनिया बारीक पीसकर  डाल दें। 4-5 मिनट उसे सेक लें। इसके बाद दूध में डालकर 15 मिनट तक उसे उबालें। रोज सुबह इस का सेवन करने से बहुत जल्‍द माइग्रेन के दर्द में आराम मिलेगा।  हेल्दी और पौष्टिक फूल मखाने रोज सुबह मखाने का दूध पीने से सिरदर्द में काफी आराम मिलेगा।  पिसा हुआ धनिया घी, ड्राई फ्रूट, गोंद, खोपरा, और शक्कर का बुरा। अब सबसे पहले एक बरतन में घी रखें। घी गरम होने पर पिसा हुआ धनिया डालें। जब वह सिक जाएं तो ठंडा कर उसमें ड्राई फ्रूट और गोंद के फूले और शक्कर का बुरा डाल दें। रोज सुबह एक कटोरी खा कर उस पर दूध पी लें। हल्दी का  दूध बहुत  लाभकारी होता है। इसका सेवन करने से सिरदर्द के साथ ठंड में होने वाले जोड़ों के दर्द में भी राहत मिलेगी।  हफ्ते में दो बार सिर पर देशी घी ...

FENNEL

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* सौंफ* सौंफ खाने के कई  फायदे होते हैं, जो स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं सौंफ को चबाने से सांस ताजगी बनी रहती है और बदबू दूर होती है। भोजन के बाद सेवन  करने से पाचन शिघ्र होती है सौंफ पाचन तंत्र को मजबूत करती है, पेट की गैस सम्बन्धित बीमारी को दूर करके कब्ज में छुटकारा दिलाती है। सौंफ में विटामिन A होता है, जो आंखों की सेहत को बनाए रखने और दृष्टि में सुधार करने में मदद करता है।  इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को कई बीमारी से बचाते हैं ।साथ ही इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम भी करती हैं।  सौंफ में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करता है ओर हृदय को स्वस्थ रखता है मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी है।  इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।  सौंफ महिलाओं के हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है।सौंफ के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।  इसमें मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को...

ONION

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* प्याज* कच्चा प्याज खाना  हर मौसम में  फायदेमंद होते हैं  कच्चा प्याज में फाइबर और प्री-बायोटिक्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और कब्ज से छुटकारा दिलाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और संक्रमण से बचाव करते हैं। कच्चा प्याज कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। कच्चा प्याज इंसुलिन के स्तर को बेहतर करने में मदद करता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए लाभदायक होता है। प्याज में मौजूद कुछ यौगिक हड्डियों के स्वास्थ्य को सुधारते हैं गर्मियों में कच्चा प्याज खाने से शरीर में ठंडक बनी रहती है और लू से बचाव होता है। प्याज को बारीक काटकर दही में या छाछ में मिलाकर खाने  से पेट ठंडा रहता है। प्याज के टुकड़ों पर नींबू और काला नमक डालकर खाने से स्वाद भी बढ़ता है और स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। प्याज के साथ थोड़ा सरसों का तेल और सेंधा नमक मिलाकर खाने से पाचन शक्ति में सुधार आता है  ☯️

Onion

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*प्याज* कच्चा प्याज खाना  हर मौसम में  फायदेमंद होते हैं  कच्चा प्याज में फाइबर और प्री-बायोटिक्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और कब्ज से छुटकारा दिलाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और संक्रमण से बचाव करते हैं। कच्चा प्याज कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। कच्चा प्याज इंसुलिन के स्तर को बेहतर करने में मदद करता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए लाभदायक होता है। प्याज में मौजूद कुछ यौगिक हड्डियों के स्वास्थ्य को सुधारते हैं गर्मियों में कच्चा प्याज खाने से शरीर में ठंडक बनी रहती है और लू से बचाव होता है। प्याज को बारीक काटकर दही में या छाछ में मिलाकर खाने  से पेट ठंडा रहता है। प्याज के टुकड़ों पर नींबू और काला नमक डालकर खाने से स्वाद भी बढ़ता है और स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। प्याज के साथ थोड़ा सरसों का तेल और सेंधा नमक मिलाकर खाने से पाचन शक्ति में सुधार आता है  ☯️

Ramphal' s leaves

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* रामफल के पत्ते* Annona Reticula           सिताफल फल के जैसा दिखने वाला लेकिन उससे बढ़ा और ज्यादा मीठा फल है रामफल (Annona reticulata) के पत्ते आयुर्वेद में कई औषधीय गुणों से भरपूर होते  हैं। इसके पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न रोगों में लाभदायक होते हैं।  इसके पत्तों का कई बिमारियों से छुटकारा दिला सकते हैं।  ब्लड कैंसर और ट्यूमर के इलाज में सहायक  रामफल के पत्तों में पाए जाने वाले एंटी-कैंसर तत्व कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोकने में सहायक होते हैं। इसकी पत्तियों का काढ़ा या रस ब्लड कैंसर में लाभदायक माना जाता है।  इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं।  यह फ्री रेडिकल्स को खत्म कर कोशिकाओं की क्षति को रोकता है। शरीर में सूजन और दर्द में राहत मिलती है  इसके पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और गठिया में लाभदायक होते हैं। इसका पत्तों का पेस्ट सूजन वाले स्थान पर लगाने से आराम मिलता है। रामफल के पत...

Knee Pain

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* घुटने का दर्द* आज कल लोगों को लोगों को बैठने और उठने में  दिक्कत होती कारण है घुटने का दर्द घुटने में दर्द, सूजन और अकड़न बढ़ने पर चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है।   घुटने की समस्या से जूझ रहे हैं लोगों के लिए असरदार उपाय  घुटने का दर्द और कमजोरी कई कारणों से हो सकती है। आर्थराइटिस के कारण जोड़ों में सूजन और दर्द होता है। इसके अलावा घुटने मोटा हो जाते है जिससे घुटने के आसपास सूजन और जकड़न होने लगती है जिससे भी दर्द बनता है। इसके अलावा घुटने की हड्डी भी घिसती है जिससे हड्डियों में दर्द और चटकने की समस्या होती है। मांसपेशियों में कमजोरी होने के कारण भी दर्द होता है। इन सब लक्षणों में उपयोगी  रामबाण उपाय  1 चम्मच ताजे हल्दी पाउडर लेलें,  1 चम्मच अदरक का रस,  1 चम्मच शहद  गर्म पानी भी लेकर रखें। अब सबसे पहले एक छोटे बर्तन में 1 चमच हल्दी डालें। फिर उसमें 1 चमच ताजा अदरक का रस डालें।  अब इस मिश्रण में 1 चमच शहद मिलाएं, सभी चीजों को अच्छी तरह मिला कर गर्म पानी के साथ मिक्स कर लें। इस मिश्रण को सुबह खाली पेट व सोने से पहले पिएं। ...

Silent Attack

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* साइलेंट अटैक* पिछले कुछ सालों से सालो से साइलेंस अटैक मामलों में वृद्धि हुई है जिस के कारण कई हो सकते हैं   आधुनिक जीवनशैली में तनाव का स्तर काफी बढ़ गया है। काम का दबाव, वित्तीय चिंताएं, पारिवारिक जिम्मेदारियां और सामाजिक अपेक्षाएं सभी हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और उच्च वसा वाले आहार का सेवन बढ़ गया यह मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप जैसी स्थितियों को बढ़ावा देता है, जो हृदय रोग के जोखिम कारक हैं  शारीरिक गतिविधि कम हो गई है। व्यायाम की कमी से हृदय कमजोर हो सकता है और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।  धूम्रपान व शराब का अत्यधिक सेवन भी हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उम्र के साथ, हृदय और रक्त वाहिकाएं कमजोर और कम लचीली हो जाती हैं, जिससे हृदय संबंधी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती  हाई ब्लड प्रेशर   उच्च कोलेस्ट्रॉल रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर धमनियों में प्लाक जमा कर सकता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है। मधुमेह (डायबिटीज): मधुमेह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा स...

Relife from Pain

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* दर्द से आराम*  घर में रोज होने वाली छोटी-छोटी बिमारियों के उपचार के घरेलू नुस्खे हींग पेट दर्द के लिए अचूक दवा है। पेट दर्द,  गैस, बदहजमी और पेट फूलने की समस्या में भी इसका सेवन लाभकारी है। दर्द होने पर हींग का घोल पेट पर लगाना भी फायदेमंद होता है।   अदरक  गर्म प्रकृति होने के कारण यह सर्दी से उत्पन्न दर्द में फायदेमंद है। सर्दी खांसी से उपजा दर्द या फिर सांस संबंधी तकलीफ, जोड़ों के दर्द, ऐंठन और सूजन में यह लाभकारी है।  जोड़ों के दर्द, चोट लगने, सूजन, घाव एवं त्वचा संबंधी समस्याओं से होने वाले दर्द में एलोवेरा का गूदा, हल्दी के साथ हल्का गर्म करके बांधने पर लाभ होता है।  सरसों का तेल शारीरिक दर्द, घुटनों के दर्द, सर्दी  से होने वाले दर्द में बेहद लाभकारी है। सिर्फ इसकी  मालिश करने से दर्द में आराम होता है और त्वचा में गर्माहट पैदा होती है।  दांत व मसूड़ों के दर्द, सूजन आदि में लौंग काफी लाभदायक है। दर्द वाली जगह पर लौंग का पाउडर या लौंग के तेल में भीगा रूई का फोहा रखना बेहद असरकारक होगा। ☯️

Amrat Churan

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* अमृत चूर्ण*  इनऔषधियों का ये मिश्रण कई असाध्य रोगों  पर रामबाण है  बुढ़ापे में भी रहेगी जवानी इन औषधियों की बहुत उपयोगी दवा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री 250 ग्राम मैथीदाना 100 ग्राम अजवाईन 50 ग्राम काली जीरी  उपरोक्त तीनो चीजों को साफ-सुथरा करके हल्का-हल्का सेंकना तीनों को अच्छी तरह मिक्स करके  पावडर बनाकर कांच की शीशी या बरनी में भर लेवें रात्रि को सोते समय एक चम्मच पावडर एक गिलास गुनगुना  पानी (हल्का गर्म) के साथ लेना है। गरम पानी के साथ ही लेना अत्यंत आवश्यक है लेने के बाद कुछ भी खाना पीना नहीं है। यह चूर्ण सभी उम्र के व्यक्ति ले सकतें है। चूर्ण रोज-रोज लेने से शरीर के कोने-कोने में जमा पडी गंदगी (कचरा) मल और पेशाब दर्शाया बहार निकल जाएगी । पूरा फायदा तो 80-90 दिन में महसूस करेगें, जब फालतू चरबी गल जाएगी, नया शुद्ध खून का संचार होगा। चमड़ी की झुर्रियाॅ अपने आप दूर हो जाएगी। शरीर तेजस्वी, स्फूर्तिवाला व सुंदर बन जायेगा ।  गठिया जैसा रोग भी दूर हो जायेगा। हड्डियाँ मजबूत होगी। आँखों रौशनी बढ़ेगी। बालों का विकास होगा। पुरानी कब्ज से हमेशा क...

Kali Jeeri

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* काली जीरी* Purpel Fleabane कालीजीरी किसी भी तरह के जीरे से अलग है। इंग्लिश में इसे पर्पल फ़्लीबेन कहते हैं  कालीजीरी स्वाद में कड़वा और तेज गंध वाला होता है, इसलिए इसे किसी भी तरह के भोजन बनाने में प्रयोग नहीं किया जाता। इसको केवल एक दवा की तरह ही प्रयोग किया जाता है।  आयुर्वेद में इसे कृमिनाशक की तरह प्रयोग किया जाता है। इसका सेवन और बाह्य प्रयोग से सफ़ेद दाग, खुजली, एक्जिमा, आदि। ठीक होते हैं  इसे सांप या बिच्छु के काटे पर भी लगाते हैं। काली जीरी आकार में छोटी और स्वाद में तेज, तीखी होती है। इसका फल कडुवा होता है। यह पौष्टिक एवं उष्ण वीर्य होता है। यह कफ, वात को नष्ट करती है और मन व मस्तिष्क को उत्तेजित करती है। इसके प्रयोग से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं और खून साफ होता है। त्वचा की खुजली और उल्टी में भी इसका प्रयोग लाभप्रद होता है। यह त्वचा के रोगों को दूर करता है, पेशाब को लाता है एवं गर्भाशय को साफ व स्वस्थ बनाता है।  यह सफेद दाग (कुष्ठ) को दूर करने वाली, घाव और बुखार को नष्ट करने वाली होती है। सांप या अन्य विषैले जीव के डंक लगने पर भी इसका प्रयोग ल...

PAPAYA

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* पपीता* पपीता सदाबहार फल है यानी पूरे साल यह फल आता है  बिमारियों से घिरे व्यक्तियों के लिए अमृत समान होता है पका हुआ पपीता वायु व पित्त दोषनाशक, वीर्यवर्धक, ह्रदय के लिए हितकारी, मल-मूत्र साफ़ लानेवाला तथा यकृत व तिल्ली वृद्धि, मंदाग्नि, आँतो के कृमि एवं उच्च रक्तचाप आदि रोगों में लाभकारी हैं |  छोटे बच्चों और दूध पिलानेवाली माताओं के लिए पपीता टॉनिक का काम करता हैं  यह पाचनशक्ति को सुधारता है | जिन्हें कब्ज की शिकायत हमेशा रहती है, उन्हें पका पपीता नियमित खाना चाहिए ! पपीते में विटामिन ‘ए’ प्रचुर मात्रा में होता हैं, जिससे नेत्रज्योति बढती है और रतौंधी रोग ठीक होता है |  इसमें विद्यमान विविध एंजाइमों के कारण आँतों के कैंसर से रक्षा होती है | पपीते को शहद के साथ खाने से पोटैशियम तथा विटामिन ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’ की कमी दूर होती है !  पके पपीते पर सेंधा नमक, जीरा और नींबू का रस डालकर कुछ दिन नियमित सेवन करने से मंदाग्नि, कब्ज, अजीर्ण तथा आँतों की सुजन, अपेंडिक्स में लाभ होता हैं  पके पपीते में विटामिन ‘सी’ काफी मात्रा में होता है | अत: दाँतो के हिलने ...

GreenChilli

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* हरी मिर्च* हरी मिर्च कहने को तो एक सब्जी है पर इस में औषधि गुण भी कम नहीं होते वजन कम करने से लेकर चमकदार त्वचा के लिए हरी मिर्च कारगर है  तीखी हरी मिर्च खाने से सेहत को ये लाभ मिलते हैं  हरी मिर्च में कैलोरी बहुत कम होती है और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसे खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हरी मिर्च में विटामिन सी होता है, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है। यह कोलेजन उत्पादन को भी बढ़ावा देता है, जिससे त्वचा जवां दिखती है। हरी मिर्च में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं और शरीर को बीमारियों से बचाते हैं।  हरी मिर्च में फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। हरी मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन के हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती है। हरी मिर्च में कैप्साइसिन नामक यौगिक होता है, जो दर्द से राहत दिलाने...

Lemon & Water

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* नींबू और पानी* नींबू और गुनगुने पानी का उपयोग लंबे समय से स्वास्थ लाभ के लिए किया जा रहा है। सुबह खाली पेट इसका सेवन शरीर को कई प्रकार के फायदे दे सकता है  नींबू और गुनगुना पानी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। यह किडनी और लीवर को साफ करके शरीर को स्वस्थ रखता है। यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है। यह भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है। नींबू में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और सर्दी-जुकाम से बचाने में मदद करता है। नींबू और गुनगुना पानी मेटाबोलिज्म को तेज करता है और फैट को बर्न करने में मदद करता है। यह वजन घटाने के लिए एक प्रभावी उपाय है। नींबू में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को अंदर से साफ करते हैं और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। गुनगुना पानी शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और नींबू इसमें अतिरिक्त पोषण जोड़ता है, जिससे ऊर्जा बनी रहती है। यह मूत्राशय को साफ करता है और संक्रमण के खतरे को कम करता है। नींबू में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जि...

Herbal Shampoo

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* हर्बलशैम्पू*        आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बालों की देखभाल बहुत ‌जरूरी है अन्यथा धीरे धीरे बाल गिरना चालू हो जाते हैं बालों की देखभाल के लिए कुछ हर्बल शैंपू बनाने  की विधि दे रहे हैं       1 कप नीम के पत्ते, ½ कप मेथी दाना (भिगोया हुआ), ½ कप रीठा पाउडर, ½ कप दही। मेथी दानों को रातभर भिगोकर,  मिक्सी में पीस लें। नीम के पत्तों को उबालकर,  उसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े में रीठा पाउडर और मेथी का पेस्ट डालें। मिश्रण को अच्छे से मिलाकर,  शैम्पू की तरह प्रयोग करें। बालों की जड़ों को मजबूत करता है। झड़ते बालों को रोकता है।        बालों की तेजी से ग्रोथ के लिए       1 कप नीम के पत्ते, ½ कप प्याज का रस, ½ कप रीठा और शिकाकाई पाउडर, ½ टीस्पून अरंडी का तेल। नीम के पत्तों को पानी में उबालकर,  उसका काढ़ा बना लें।  इसमें रीठा और शिकाकाई पाउडर डालें और 10 मिनट तक पकाएं।  ठंडा होने के बाद,  इसमें प्याज का रस और अरंडी का तेल मिलाएं। इसे बोतल में भरकर स्टोर करें। नए बाल उगाने ...

Badhajmee & Stomach Gas & Indigestion

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* पेट में गैस और बदहजमी*     शादी ब्याह के सीजन में गरीष्ठ भोजन कर लेना  आम बात है  और फिर पेट में गैस बदहजमी होना भी लाजमी है लेकिन घबराए नहीं इससे निपटने के लिए कुछ घरेलू उपाय   नींबू का रस और पानी मिलाकर पीने से पेट की समस्या में आराम मिलता है।  अजवाइन को पानी में उबालकर पीने से पेट की समस्या में आराम मिलता है।  अदरक का रस और पानी मिलाकर पीने से पेट की समस्या में आराम मिलता है। पुदीना का रस और पानी मिलाकर पीने से पेट की समस्या में आराम मिलता है। पानी पीने से पेट की समस्या में आराम मिलता है।  आराम करने से पेट की समस्या में आराम मिलता है।  हल्का भोजन करने से पेट की समस्या में आराम मिलता है। व्यायाम करने से पेट की समस्या में आराम मिलता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में पेट की गैस एक आम समस्या बन गई है। कभी खानपान में गड़बड़ी, तो कभी तनाव और अनियमित दिनचर्या, ये सारी चीजें हमारे पेट को परेशान कर देती हैं। गैस बनने से न सिर्फ पेट में दर्द होता है, बल्कि यह हमें असहज और बेचैन भी कर देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ आ...

Drinking Water before Bedtime

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* सोने से पहले पानी पीना*  सोने से पहले पानी पीना चाह‍िए या नहीं, ये हमेशा से एक कॉन्‍ट्रोवश‍ियल विषय रहा है. निश्चित रूप से, इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं. कुछ लोगों को लगता है कि सादा पानी पीने से आपको बेहतर नींद आती है और नींद के दौरान आपके शरीर की खुद को साफ करने की क्षमता में सुधार होता है l वहीं दूसरों को लगता है कि बहुत अधिक पानी पीने से नींद में खलल हो सकता है. आइये जानते हैं क‍ि सोने से पहले पानी पीने से क्‍या होता है. शरीर को ठीक से काम करने के लिए हर दिन पानी पीने की जरूरत है. पूरे दिन और सोते समय भी जब आप सांस लेते हैं, पसीना बहाते हैं और यहां तक कि शौच करते हैं तो भी शरीर से पानी न‍िकल जाता है. कुछ लोग रात भर हाइड्रेटेड रहने के लिए सोने से पहले एक गिलास पानी पीते हैं. लेकिन शोधकर्ता इस बात पर सवाल उठाते हैं कि सोने से पहले पानी पीना सेहत के लिए अच्छा है या नहीं. रात में सोने से पहले पानी पीने के फायदे  इससे मूड अच्‍छा रहता है: एक अध्ययन के अनुसार, पानी की कमी के कारण आपका मूड खराब रह सकता है. इससे आपकी नींद खराब हो सकती है. अध्‍ययन में पाया गया क‍ि जो...