Posts

Memory

Image
* यादास्त* हमारी  यादास्त इतनी कमजोर  हो गई है कि हमको ये भी याद नहीं होता है कि हमने क्या क्या खाया था, कहाँ कहाँ  गए थे और कई बार तो लोगों के नाम तक भूल जाते हैं।   कुछ ऐसे घरेलू उपाय जिनसे हम दिमाग़ तेज़ करके अपनी याददाश्त बढ़ा सकते हैं रात को सोने से पहले 5 बादाम पानी में भिगो दें सुबह छिलका उतारकर पेस्ट बना लें  2 चम्मच शहद और बादम के पेस्ट को 1 गिलास गुनगुने दूध में मिलाकर पिएँ।  दूध पीने के 1 घंटे तक कुछ खाएँ पिएँ नहीं।  आप बादाम के पेस्ट को मक्खन और मिसरी के साथ भी मिलाकर खा सकते हैं।  रोज़ इस उपाय  से दिमाग़ तेज़ हो कर यादास्त बढ़ती है हमारे दिमाग़ की बनावट देखने में अखरोट जैसे होती है।  याददाश्त  तेज़ करने के लिए   20 ग्राम अखरोट   10 ग्राम किशमिश  नियमित से खाएँ। 5 कालीमिर्च के पाउडर   25 ग्राम मक्खन   मिसरी                    मिलाकर खाने से दिमाग़ की कमज़ोरी दूर होती है  पालक में विटामिन ए, के, ई, सी, बी2, बी6, फ़ोलिक एसिड, ज़ि...

Glowing Face

Image
* चमकदार चेहरा*     कल्पना कीजिए वो पल जब आईने में झांकें और चेहरा इतना चमकदार होर कि आंखें खुली रह जाएं। वो ग्लो जो न सिर्फ स्किन को, बल्कि आपकी पूरी जिंदगी को रोशन कर दे। बाजार की चकाचौंध वाली क्रीमों, महंगे फेशियल्स और क्लीनअप्स को छोड़ कर  घरेलू नुस्खे  जो आपकी त्वचा को अंदर से जगा देगा।  *विटामिन ई कैप्सूल*—ये सिर्फ एक कैप्सूल नहीं, आपकी जवानी, आत्मविश्वास और खुशी का खजाना है!   "स्किन की चमक बाहर से नहीं, दिल से आती है। भावुक सफर, जहां हर स्पर्श में प्यार बरसेगा विटामिन ई के चमत्कारी फायदे: ये कैप्सूल आपकी स्किन की हर कमी को पूरा कर देगा क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को नया जीवन: डैमेज्ड सेल्स को रिपेयर करता है, त्वचा फिर से कोमल, तरोताजा!जवानी का अनमोल राज: झुर्रियां, उम्र के निशान भगा देता है।  "जवानी वो नहीं जो उम्र हो, वो जो आत्मा में बसती है!"गीला-गीला मोइश्चर का जादू: स्किन को गहराई से हाइड्रेट करता है,   त्वचा को हरा-भरा बना देता है।काले धब्बों का अंत: डार्क स्पॉट्स फीके पड़ते हैं, चेहरा एकसमान चमकता है  मुलायम...

Food in Ayurveda

Image
*आर्युवेद में  भोजन* मनुष्य की गलत खान-पान संबंधी आदतें सारी बिमारियों की जड़ है  जानवर न तो आयोडीन नमक खाता है और न ब्रश करता है, फिर भी किसी को थायराइड नहीं होता और न दांत खराब होता है  बन्दर शरीर संरचना में मनुष्य के सबसे नजदीक है, बस बंदर और आप में यही फर्क है कि बंदर के पूँछ है आप के नहीं है, बाकी सब कुछ समान है। तो फिर बंदर को कभी भी हार्ट अटैक, डायबिटीज , high BP , क्यों नहीं होता है? एक पुरानी कहावत है बंदर कभी बीमार नहीं होता और यदि बीमार होगा तो जिंदा नहीं बचेगा मर जाएगा! बंदर का जो RH factor है वह सबसे आदर्श है । कोई डॉक्टर जब आपका RH factor नापता है, तो वह बंदर के ही RH Factor से तुलना करता है , वह डॉक्टर आपको बताता नहीं यह अलग बात है उसका कारण यह है कि, उसे कोई बीमारी आ ही नहीं सकती । उसके ब्लड में कभी कॉलेस्टेरॉल नहीं बढ़ता , कभी ट्रायग्लेसराइड नहीं बढ़ती , न ही उसे कभी डायबिटीज होती है । शुगर को कितनी भी बाहर से उसके शरीर में इंट्रोडयूस करो, वो टिकती नहीं । क्यों कि *बंदर सबेरे सबेरे ही भरपेट खाता है। जो आदमी नहीं खा पाता है , इसीलिए उसको सारी ब...

Heart Attack

Image
* हार्ट अटैक*                   भारत में सबसे ज्यादा मौतें हार्ट अटैक्ट से होती है। जब किसी भी इन्सान हार्ट में दर्द होता है तो वह डाक्टर के पास जाता है और डाक्टर उसे आपरेशन की सलाह देते हैं जो बहुत खर्चीला होता है        पेश है आर्युवेदिक विकल्प           अदरक (ginger juice)  यह खून को पतला करता है। यह दर्द को प्राकृतिक तरीके से 90% तक कम करता हें। लहसुन (garlic juice)  इसमें मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है। वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता है। नींबू (lemon juice)  इसमें मौजूद antioxidants, vitamin C व potassium खून को साफ़ करते हैं। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाते हैं। एप्पल साइडर सिरका   इसमें 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हैं व थकान को मिटाते हैं।          इन देशी दवाओं को        इस तरह उपयोग में लेवें  1-एक कप नींबू का रस  2-एक कप अदरक का रस...

Mouth Ulcers

Image
* मुँह में छाला*         मुंह में छाला साधारण बिमारी है जो 3/4 दिन में ठीक हो जाती है  अगर छाला एक माह से बना हुआ यह घाव सामान्य छाला नहीं है  यह chronic non-healing ulcer की श्रेणी में आता है। ऐसे घाव को इग्नोर नहीं किया जा सकता है।     इसका कारण इन में से कोई हो सकता है       लगातार दाँत का घर्षण या तेज किनारा। फंगल + बैक्टीरियल मिश्रित संक्रमण। पोषण की कमी (B12, Iron, Zinc)। Aphthous major ulcer.  Oral lichen planus.  प्री-कैंसर  शुरुआती कैंसर अल्सर।       इसलिए 2–3 दिनों के भीतर ENT या Oral Medicine Specialist या Dental Surgeon को दिखाना अनिवार्य है।       एक महीना हो चुका है, इसका मतलब शरीर इसे स्वयं नहीं भर पा रहा।     तुरंत शुरू करने वाला उपचार  यह सुरक्षित है, लेकिन डॉक्टर की जांच फिर भी अनिवार्य है  त्रिफला और हल्दी उबालकर कुल्ला  दिन में 3 बार     पानी 250 ml,  त्रिफला 1 चम्मच,  हल्दी ½ चम्मच 5 मिनट उबालें -...

Cold in Little Children

Image
* बच्चों को सर्दी जुखाम* बच्‍चों को ठंड और जुकाम लगना आम बात है           कभी-कभी सर्द हवायें बच्‍चों को परेशान कर ही जाती हैं बच्‍चा तीन महीने से कम उम्र का है, तो उसे ठंड लगने के लक्षण नजर आते ही डॉक्‍टर के पास ले जाना चाहिए, लेकिन उसकी उम्र अगर तीन महीने से ज्‍यादा है, तो  उसका इलाज कर सकते हैं। इसके लिए चंद घरेलू उपाय भी आजमाये जा सकते है बच्‍चे की नाक पर पेट्रोलियम जैली(वैसलीन) लगायें। बच्‍चे की नाक पर पेट्रोलियम जैली की मोटी परत लगायें। इससे उसे काफी सुकून मिलेगा। बच्‍चे की नाक जहां पर अधिक लाल और सूजी हुई हो, वहां पर जैली अधिक मात्रा में लगायें। *ह्यूमिडिफायर इस्‍तेमाल करें* यह उपकरण कमरे से नमी को बाहर निकाल देता है। इससे बच्‍चे की नाक की सूजन कम हो जाती है। उसके शरीर की जकड़न खुल जाती है। वह पहले से बेहतर महसूस करने लगता है। इसके साथ ही इससे उसे अच्‍छी नींद भी आती है। स्‍टीम दिलायें अपने बच्‍चे को बाथरूम में लेजा कर दरवाजा बंद रकें और गर्म पानी चला दें। 15 मिनट तक अपने बच्‍चे के साथ उस बाथरूम में रहें। इस बात का खयाल रखें कि आपका ब...

SLEEP

Image
* नींद*   नींद की कमी से कई गंभीर रोग हो जाते हैं   आधी-अधूरी नींद की वजह से न सिर्फ थकान और आलस आती है बल्कि इससे कई तरह के रोगों का भी खतरा बढ़ जाता है। नींद की कमी से एकाग्रता में कमी, पेट की गड़बड़ी, आंखों के नीचे काले घेरे, उल्टी, चिड़चिड़ापन आदि समस्या हो सकती हैं। इसलिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नींद  जरूरी है। रोज कम से कम 7/8 घंटे की नींद लेना चाहिए। पर्याप्‍त नींद न लेने से थकान, सिरदर्द, तनाव जैसी शिकायतें होती हैं। भरपूर नींद लेने से अगले दिन  ऊर्जावान रहते हैं और  दिमाग भी सक्रिय रहता है। पर्याप्त नींद के अभाव में शरीर का मेटाबॉलिज्‍म भी प्रभावित होता है सोने और जागने का एक निश्चित समय शरीर को  स्‍वस्‍थ्‍य रखता है और शरीर को इसकी आदत हो जाती है।                     कभी भी बिस्‍तर पर जाते वक्‍त पेट पूरा भरा हुआ नहीं होना चाहिए।  खाना खाने और सोने के बीच कम से कम 3 घंटे अंतराल जरूर रखें। निकोटिन, कैफीन और अल्‍कोहल का सेवन भी नींद पर असर डालता है, इसलिए इनका सेवन...