SLEEP

*नींद*

  नींद की कमी से कई गंभीर रोग हो जाते हैं 

 आधी-अधूरी नींद की वजह से न सिर्फ थकान और आलस आती है बल्कि इससे कई तरह के रोगों का भी खतरा बढ़ जाता है। नींद की कमी से एकाग्रता में कमी, पेट की गड़बड़ी, आंखों के नीचे काले घेरे, उल्टी, चिड़चिड़ापन आदि समस्या हो सकती हैं। इसलिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नींद  जरूरी है।

रोज कम से कम 7/8 घंटे की नींद लेना चाहिए। पर्याप्‍त नींद न लेने से थकान, सिरदर्द, तनाव जैसी शिकायतें होती हैं। भरपूर नींद लेने से अगले दिन  ऊर्जावान रहते हैं और  दिमाग भी सक्रिय रहता है। पर्याप्त नींद के अभाव में शरीर का मेटाबॉलिज्‍म भी प्रभावित होता है

सोने और जागने का एक निश्चित समय शरीर को  स्‍वस्‍थ्‍य रखता है और शरीर को इसकी आदत हो जाती है।                   

 कभी भी बिस्‍तर पर जाते वक्‍त पेट पूरा भरा हुआ नहीं होना चाहिए।  खाना खाने और सोने के बीच कम से कम 3 घंटे अंतराल जरूर रखें। निकोटिन, कैफीन और अल्‍कोहल का सेवन भी नींद पर असर डालता है, इसलिए इनका सेवन कम से कम मात्रा में करें। इनके प्रयोग से कुछ देर तक को बेहतर नींद आती है लेकिन इसके बाद नींद लेना मुश्किल हो जाता हैै

सुबह व्यायाम शरीर और मन आराम देता है  और स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। टहलने से भी अच्छी नींद आती है। शारीरिक श्रम स्‍वस्‍थ नींद के साथ स्‍वस्‍थ दिमाग देता है। इसलिए नियमित तौर पर व्‍यायाम करें।   एक्‍सरसाइज करते समय यह ध्‍यान रखें कि यह गलत समय पर न हो। लिमिट से ज्‍यादा व्‍यायाम भी नुकसान दायक हो सकता है। शारीरिक व्‍यायाम करने से तनाव में भी राहत मिलेगी, जिससे अच्‍छी नींद आएगी।

 रात में सोने से पहले अपने हाथ, मुंह, पैर को अच्छी तरह से साफ पानी से धोकर सोने से नींद अच्छी आती है। सोने से पहले चाय या कॉफी आदि का सेवन न करें। क्योंकि, इनसे दिमाग की शिराएं उत्तेजित हो जाती हैं जिनके कारण अच्छी और गहरी नींद नहीं आ पाती है। अगर तनाव के कारण नींद नहीं आ रही है तो अपने मन पसंद का संगीत सुनें या फिर अच्छा साहित्य पढें। ऐसा करने से मन शांत होगा और अच्छी नींद आएगी।

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