HarrSingar Flowers

*हारसिंगार*
                                     ‌                               हारसिंगार  पुष्प का काढा की पूर्ण आयुर्वेदीक विधी 
                              हारसिंगार के सूखे या ताजे पुष्प – 5–10 ग्राम शुद्ध जल – 200 मि.ली.   

(1) पुष्पों को स्वच्छ जल से धो लें।
(2) 200 मि.ली. जल में डालकर मध्यम आंच पर उबालें
 उबालते-उबालते जब जल 1/4 भाग (50 मि.ली.) शेष रह जाए, तो आंच से उतार लें।
स्वच्छ कपड़े या छन्नी से छानकर गुनगुना ही उपयोग करें।

 वयस्क ----- 20–30 मि.ली.  सुबह-शाम।
 बच्चों को ----- 5–10 मि.ली.  शहद या मिश्री मिलाकर।
खाली पेट या भोजन से 1 घंटा पहले।

 ज्वर वायरल, मलेरिया, डेंगू--- 7–10 दिन।
                           संधिवात  40 दिन तक।
प्लीहा/यकृत विकार 15–30 दिन।

 ज्वरहर (Antipyretic) ---- बार-बार आने वाला बुखार, मलेरिया, वायरल ज्वर में लाभकारी।
 वात-कफ शामक ----- गठिया, जोड़ों का दर्द, गाउट में विशेष उपयोगी रक्तदोष, त्वचा रोग में सहायक।
 प्लीहा वृद्धि, यकृत शोथ, भूख न लगने में लाभकारी।
 प्रतिरोधक शक्ति वर्धक।
                                  अधिक मात्रा (100 मि.ली. से अधिक) लेने पर कब्ज या पाचन कमजोरी हो सकती है।
गर्भवती स्त्रियों को डाक्टर की सलाह पर सेवन  करना चाहिए                     लम्बे समय तक सेवन करने पर हर 40 दिन बाद 1 सप्ताह का अंतराल लें।

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