Amaltas
*अमलतास*
अमलताश के फूल, फल फली पत्ते, छाल और मूल सभी औषधीय उपयोग में आते हैं, किंतु फूल विशेष रूप से सौम्य रेचक और रक्तशोधक माने जाते हैं।
फूलों के औषधीय उपयोग
मृदु रेचक कब्ज़ में सौम्य ढंग से पेट स्वच्छ करता है।
बालकों एवं वृद्धों में उपयोगी।
फूलों का ताज़ा काढ़ा बनाकर या सूखे फूलों का चूर्ण 2-3 ग्राम गुनगुने पानी या त्रिफला के साथ रात्रि में सेवन करें। रक्तदोष, फोड़े-फुंसी, खुजली, दाद आदि में सहायक रक्तविकारों से होने वाली त्वचा समस्याओं में फूलों का काढ़ा लाभकारी। अमलताश के फूल पित्तशामक होते हैं।
व जलन, दस्त पित्तज बुखार में उपयोगी। आंतरिक गर्मी, मूत्र मार्ग की जलन, मुंह के छाले में आराम देता है। मूत्र की रुकावट व मूत्रकृच्छ (दर्द से मूत्र जाना) में सहायक। फूलों का शीतल प्रभाव, बच्चों के लिए सुरक्षित माना जाता है। कब्ज़, गर्मी, पेट की गड़बड़ी में फूलों का हल्का काढ़ा दें।
सूखे अमलताश के फूल – 10 ग्राम।
पानी – 200 ml
पानी में फूल डालकर धीमी आँच पर उबालें।
जब पानी आधा रह जाए, छान लें।
गुनगुना करके सुबह खाली पेट सेवन करें।
*सावधानी*
अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त हो सकते हैं।
मधुमेह, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डाक्टर की सलाह उपयोग करना चाहिए।
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