आयुर्वेद AYURYEDA GHARKAILAAJ DADI NANI KE NUSKHE BALWANTKETIPS
USHA AROGYAAM
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इस उषा आरोग्यम एक आयुर्वेद पुस्तक है इसके अंदर आयुर्वेद के प्रचलित घरेलू नुस्खे दिए गए हैं 50 बीमारियों के घरेलू नुस्खे इस पुस्तक में दिए गए हैं आप इस पुस्तक को इस लिंक पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं
* जीरा* Jeera जीरा भारतीय रसोई में काम आने वाला प्रमुख घटक है जीरा मसाले की तरह स्वाद बढ़ाने के साथ साथ औषधि का भी काम करता है बढ़ते वजन को रोकने में जीरा मददगार होता है आइये जाने कैसे जीरा घटाता है वजन.... *दो बड़े चम्मच जीरा रात को एक गिलास पानी में भिगो दे और सुबह इसे उबालकर चाय की तरह पीये और बचे हुए जीरे को भी चबा ले इसका रोजाना सेवन वजन कम करने में सहायक होता है* . एक बड़ा चम्म्च दही में यदि हम एक चम्म्च जीरा पाउडर डालकर इसका रोजाना सेवन करने से भी हम वजन कम कर सकते है। *एक चम्मच जीरा पाउडर पानी में घोलकर उस में थोड़ा शहद डालकर पीयेंं यह दिन में दो बार प्रयोग करने से वजन में कमी आती है* 200 ग्राम मेथी, 100 ग्राम अजवायन, 50 ग्राम काला जीरा हल्का सा भून कर पाउडर बनालेंं और रात को सोते समय एक चम्मच गरम पानी से ले शिघ्र ही वजन कम होना चालू हो जाएगा *जीरा वजन घटाने के साथ-साथ कई प्रकार की बीमारियों से भी बचाता है जैसे कोलेस्ट्रोल* *(Cholesterol) को रोकता है साथ ही पेट की भी कई समस्योंं को काम करता है जैसे गैस बनना व पेट ...
* मूत्राशय में तकलीफ* पेशाब रुक कर और तकलीफ के साथ हो तो बासी जल में सौंफ पीसकर मूत्राशय पर आधा इन्च मोटा लेप चढ़ायें बताशे में सौंफ का अर्क या सौंफ तेल की 14-15 बूंदें डालकर रोगी व्यक्ति को खिलायें। मूत्र ठीक बिना तकलीफ होने लगेगा। टब में भरे हल्के गर्म पानी में रोगी ठीक से होने लगेगा। व्यक्ति को कमर तक पानी में डुबोकर बैठाने से भी पेशाब खुलकर आता है हरे धनिए की पत्तियों का रस 20 ग्राम में 100ग्राम शक्कर मिलाकर दें। यदि एक बार देने से कोई लाभ न हो तो दुबारा भी दें। पलाश के फूल 10 ग्राम व कलमी शोरा 5 ग्राम पानी मिलाकर पीसकर पेडू पर लेप करने से सुख से मूत्र विसर्जन हो जाता है और गुर्दे की सूजन दूर होती है। पके केले का सुबह नाश्ते के समय एक सप्ताह सेवन करने से पेशाब खुलकर आता है और मूत्राशय के विकार दूर हो जाते हैं। ☯️
* रात्रीभोजन * जैन धर्म में रात्रि भोजन निषेध है उस का वैज्ञानिक आधार भी है जानिए और धर्म की पालना वह सेहत की रक्षा किजिए रात्रि भोजन से शरीर का वजन बढ़ता है क्यो कि-रात में शरीर का मेटाबौलिज्म दिन की अपेक्षा धीमा व कमजोर रहता है, इसलिए रात मे खाया गया खाना ढंग से पचता नहीं है इस वजह से रात में अधिक मात्रा में कैलोरी बर्न नहीं हो पाती और वजन बढ़ता है। देर रात खाना खाने से ब्लड प्रेशर के साथ ही खून में शुगर का स्तर भी अधिक हो जाता है, जो सेहत को नुकसानदायक है। देर रात खाना खाने से से सोने का चक्र में भी व्यवधान उत्पन्न होता है जिससे गहरी नींद आने में समस्या हो सकती है। साथ ही गैस्ट्रिक समस्या भी हो सकती है -अगर पर्याप्त मात्रा में चैन की नींद नहीं ले पाते, तो इसका असर आपकी मानसिक सेहत पर भी पड़ता है। दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता और स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। इसलिए रात में कुछ भी खाना-पीना छोड़ कर सेहत मंद रहे ☯️
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