Joint Pain & Cabbage
आपने कभी जोड़ों के दर्द, सूजन या गठिया से आराम पाने के लिए दवा की जगह पत्तागोभी का इस्तेमाल करने के बारे में सोचा है? नहीं
जोड़ों पर पत्तागोभी के पत्तों को लपेटना एक सदियों पुराना यूरोपीय नुस्खा है
पारंपरिक चिकित्सा और आयुर्वेद का दृष्टिकोण
दर्द और सूजन को कम करने के लिए ठंडी तासीर वाली जड़ी-बूटियों का लेप (लेप) लगाने की प्रथा बहुत आम है। पत्तागोभी की तासीर ठंडी होती है, जो इसे सूजन और जलन पैदा करने वाले बढ़े हुए पित्त दोष को शांत करने के लिए एक उत्तम औषधि बनाती है। यह लेप प्रभावित जगह पर रक्त के प्रवाह को नियंत्रित करता है और वात दोष के कारण होने वाले दर्द में भी राहत देता है।
यह सिर्फ एक दादी-नानी का नुस्खा नहीं है, इसके पीछे ठोस वैज्ञानिक कारण हैं
पत्तागोभी, विशेष रूप से लाल पत्तागोभी, एंथोसायनिन और सल्फोराफेन जैसे शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) यौगिकों से भरपूर होती है। जब आप पत्तों को लपेटते हैं, तो माना जाता है कि ये यौगिक त्वचा के माध्यम से अवशोषित होकर सूजन को कम करते हैं।
प्राकृतिक कूल कंप्रेस: पत्तागोभी के पत्तों में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है। जब इन्हें दर्द वाले जोड़ पर लपेटा जाता है, तो वे एक प्राकृतिक 'कूल कंप्रेस' की तरह काम करते हैं, जो सूजन को कम करता है और दर्द के संकेतों को शांत करके राहत पहुंचाता है।
कुछ छोटे अध्ययनों में घुटने के गठिया (Osteoarthritis) के दर्द में पत्तागोभी की पट्टी को दर्द निवारक जेल जितना ही प्रभावी पाया गया है।
पत्तागोभी (हरी या लाल) की कुछ बड़ी और ताज़ी पत्तियां लें और उन्हें धोकर सुखा लें।
पत्तों को नरम करने और उनका रस निकालने के लिए बेलन या कांच की बोतल से धीरे-धीरे कुचलें।
अधिक ठंडक और राहत के लिए, इन पत्तों को 15-20 मिनट के लिए फ्रिज में रख सकते हैं।
इन पत्तों को सीधे अपने दर्द वाले जोड़ (जैसे घुटना, टखना, या कोहनी) पर अच्छी तरह से लपेटें।
इसे किसी गर्म पट्टी, बैंडेज या प्लास्टिक रैप से ढक दें ताकि यह अपनी जगह पर टिका रहे।
इसे कम से कम एक घंटे या बेहतर नतीजों के लिए रात भर लगा रहने दें।
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