Rain & Old People
*बरसात और बुजुर्ग*
बरसात का मौसम जहाँ एक ओर ठंडक और हरियाली लाता है, वहीं दूसरी ओर बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए कई स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ लेकर आता है। इस मौसम में संक्रमण, फिसलन, कमज़ोरी और बीमारी का खतरा ज़्यादा होता है। खासकर जिन बुजुर्गों की इम्यूनिटी पहले से कमजोर होती है, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
बरसात में बुजुर्गों के अपनाने योग्य सावधानिया
बरसात के मौसम में प्यास कम लगती है, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन (Dehydration) हो सकता है। इसलिए दिनभर थोड़ा-थोड़ा गुनगुना या उबला हुआ पानी पीते रहें। इससे पेट भी साफ रहेगा और संक्रमण का खतरा कम होगा।
बाजार के खुले खाने और कटे फलों से परहेज करें।
शौच के बाद और खाने से पहले हाथ साबुन से धोएं।
कपड़े समय पर बदलें, विशेषकर जब वे गीले हो जाएं।
नाखून और बाल साफ रखें।
बरसात में Dengue, Malaria और Chikungunya जैसे vector-borne diseases का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए
मच्छरदानी या mosquito repellent का प्रयोग करें।
बारिश में बाहर निकलते समय छाता अवश्य साथ रखें।
जहां भी पानी जमा हो, वहाँ चलने से बचें।
बाथरूम में एंटी-स्लिप मैट्स का उपयोग करें।
गीले कपड़े या गीले फर्श पर न चलें।
डायबिटीज़, हाई BP, अस्थमा है, तो अपनी नियमित दवाओं का सेवन समय पर करें और डॉक्टर से परामर्श में रहें
गिलोय (Guduchi) – इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए
त्रिकटु चूर्ण – जुकाम और पाचन के लिए
च्यवनप्राश – सम्पूर्ण स्वास्थ्य वर्धक
अदरक का काढ़ा – ठंड से बचाव हेतु।
बरसात का मौसम बुजुर्गों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी और जीवनशैली से उन्हें बीमारियों से बचाया जा सकता है। ☯️
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