Hemorrhoid
*बवासीर*
बवासीर बहुत कष्टकारी बिमारी है इसका घरेलू उपचार
नारियल की जटा को जलाकर भस्म बना लेना चाहिए। इस भस्म को एक कप छाछ या दही के साथ तीन ग्राम खाली पेट दिन में तीन बार सिर्फ एक ही दिन लेनी है।
ध्यान रहे दही या छाछ ताजी हो खट्टी न हो। कैसी भी और कितनी ही पुरानी पाइल्स की बीमारी क्यों न हो, एक दिन में ही लाभ हो जाता है।
यह प्रयोग किसी भी प्रकार के रक्तस्राव को रोकने में लाभदायक है। महिलाओं के मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव या श्वेत प्रदर की बीमारी में भी कारगर है।
हैजा, वमन या हिचकी रोग में यह भस्म एक घूँट पानी के साथ लेनी चाहिए।
इस दवा को लेने के एक घंटा पहले और एक घंटा बाद तक कुछ भी नहीं खाना चाहिए।
अगर रोग ज्यादा पुराना हो और एक दिन दवा लेने से लाभ न हो तो दो या तीन दिन तक लगातार प्रयोग किया जा सकता है।
बवासीर से बचने के लिए गुदा मार्ग को गर्म पानी से कभी भी नहीं धोना चाहिए। खासकर जब तेज गर्मियों के मौसम में छत की टंकियों व नलों से बहुत गर्म पानी आता है तब गुदा मार्ग को उस गर्म पानी से धोने से बचना चाहिए।
एक बार बवासीर ठीक हो जाने के बाद अत्यधिक मिर्च-मसाले, गरिष्ठ और उत्तेजक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
बदपरहेजी के कारण उसके दुबारा होने की संभावना रहती है
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