Psoriasis

*सोरायसिस*


सोरायसिस त्वचा से जुड़ी ऑटोइम्यून डिजीज है। इस रोग में त्वचा पर कोशिकाएं तेजी से जमा होने लगती हैं। सफेद रक्त कोशिकाओं के कम होने के कारण त्वचा की परत सामान्य से अधिक तेजी से बनने लगती है, जिसमें घाव बन जाता है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। बीमारी के बढ़ जाने पर लाल चकत्ते से खून निकल सकता है। कभी-कभी इसमें सूजन भी हो जाती है। यह मानसिक विकार भी उत्पन्न कर सकती है

हल्दी और गुलाब जल का लेप बना लें। इसे रोज सुबह-शाम लगाएं। इससे सोरायसिस जल्दी ठीक होता है। यह एक फायदेमंद नुस्खा है।

फिटकरी के पानी से नहाएं। इससे सोरियासिस से होने वाली खुजली और रूखापन दूर होता है। इसके लिए नहाने के पानी में 100ग्राम फिटकरी डाल लें। 15 मिनट तक पानी में प्रभावित अंग को डुबाएं रखें।

एलोवेरा के ताजे पत्ते का गूदा निकालकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। आपको हल्के हाथों से मालिश करना है। रोज ऐसा करने से खुजली से आराम मिलता है।

 नीम का तेल पोषक तत्वों से भरपूर है और उसका उपयोग कई प्रकार के लोशन, क्रीम, साबुन व प्रसाधन सामग्रियों में होता है। यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जिन्हें खुजली की बीमारी हो साथ ही इससे सोरायसिस और कील-मुंहासों के इलाज में भी मदद मिलती है। इसे खरोचों व छोटे घावों पर भी लगाया जा सकता है। शायद यही कारण है कि हर प्रकार की दवाई वाले लोशन में नीम का तेल रहता ही है। नीम का तेल त्वचा की शुष्कता और खुजलाहट दूर करता है।

पौष्टिक भोजन का सेवन करें।

शराब, धूम्रपान आदि से दूर रहें

 त्वचा की देखभाल करने से सोरायसिस के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।

आहार में बदलाव करने से सोरायसिस के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है

तनाव कम करने से सोरायसिस के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।

नियमित व्यायाम करने से सोरायसिस के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।

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