Ginger

*अदरक*


अदरक बहुपयोगी औषधीय गुणों से भरपूर और पोषण की खान है। इसे विभिन्न तरीकों से उपयोग में लाया जा सकता है। 
लगभग 100 से ज्यादा बीमारियों में इसका इस्तेमाल लाभकारी माना जाता है। 
कई लोकप्रिय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रमुख सामग्री के रूप में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है।

पोषक तत्वों और बायोएक्टिव यौगिकों से भरा हुआ अदरक इंसान के शरीर और दिमाग के लिए लाभकारी होता है।

अदरक के नियमित इस्तेमाल से जी मिचलाने की शिकायत नहीं होगी। सर्जरी के बाद होने वाली उल्टी या जी मिचलाने में अदरक राहत दे सकता है
 और कीमोथेरेपी से गुजरने वाले कैंसर रोगियों को भी राहत दे सकता है।

 वहीं, अगर कोई गर्भवती महिला इसका इस्तेमाल करेगी, तो यह गर्भावस्था से संबंधित जी मिचलाने और सुबह के वक्त काफी प्रभावी हो सकता है। 

अदरक के ज्यूस में सूजन को कम करने की शक्ति होती है
 सूजन से परेशान हैंअदरक के ज्यूस का उपयोग नियमित तौर पर करते हैं, उन्हें जोड़ों में सूजन और दर्द पैदा करने वाली बीमारियां परेशान नहीं करतीं।जोड़ों की समस्या नई हो या कई साल पुरानी- यकीन रखिए कि अदरक का ज्यूस बहुत असरकारी है। अदरक के ज्यूस में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में ताजे रक्त के प्रवाह को बढ़ाते हैं, क्योंकि इनमें खून को साफ करने का खास गुण होता है।

सर्दी, जुकाम, पुरानी काली खांसी, क्षयरोग, कफ, दमा आदि के लिये। अदरक का रस शहद के साथ दिन में तीन बार लें।

 अदरक के टुकडे पानी में उबालकर, जरूरत के अनुपात में शक्कर मिला कर वह पानी गरम करके पीना चाहिये। अदरक की चाय लीजिये। अदरक का रस दुगने अनुपात में मिश्री या गुड के साथ मिलाकर चाटें

अनियमित मासिक स्त्राव, पेट दर्द के लिये अदरक ड़ालकर उबाला हुआ पानी दिन में तीन बार लीजिये।

अदरक में फेनोलिक  यौगिक होते हैं, जो जलन को दूर करने में मदद करते हैं। अदरक हमारे लिए लार और पित्त के उत्पादन में वृद्धि करता है और पेट पर पड़ने वाले दवाब को भी कम करता है। 
अदरक पाचन शक्ति को मजबूत करने में मदद करता है। यह गैस के कारण पेट में होने वाली ऐंठन व दस्त जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी मदद करता है।

 एंजाइम ट्राप्सिन और अग्नाशयी लाईपेज पर अदरक का लाभकारी प्रभाव पड़ता है। अदरक का नियमित सेवन करने से कोलन कैंसर और कब्ज़ को दूर करने में मदद मिलती है।

50 मिली दूध में 5 ग्राम सोंठ का पेस्ट मिला लें। इसे छानकर नाक के रास्ते लें। इससे तेज सिर दर्द का उपचार होता है।

100 मिली दूध में आधा चम्मच अदरक चूर्ण मिलाकर पिएं। इससे जुकाम में लाभ होता है।

 2 चम्मच अदरक के रस में मधु मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें। इससे सांसों से जुड़ी बीमारी, खांसी तथा जुकाम आदि रोगों में लाभ होता है।

अदरक की मदद से उच्च रक्तचाप की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है
अदरक के रस का सेवन से खून को पतला होता है, जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह सही तरह से होता है और आपको ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।

 अस्थमा के मरीज हैं, तो अदरक के रस में शहद या मेथी का पाउडर हर रोज सुबह सेवन करें।


अदरक के तत्व इंसुलिन के प्रयोग के बिना ग्लूकोज को स्नायु कोशिकाओं तक पहुंचाने की प्रक्रिया बढ़ा सकते हैं। इस तरह इससे उच्च रक्त शर्करा स्तर को काबू में करने में मदद मिल सकती है।


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