Reverse Walking
*उल्टा चलना*Reverse walking*
सुबह की सैर हमेशा से एक बेसिक और फायदेमंद एक्सरसाइज रही है पर उल्टा चलना सुबह की सैर से कई गुना बेहतर है
रिवर्स वॉकिंग यानी उल्टा चलना के फायदे जो आपके कार्डियो रुटीन को और बेहतरीन बना देंगे
उल्टा चलने से समन्वय में सुधार होता है इसके लिऐ दिमाग आपको बेहतर मार्गदर्शन करने में सक्षम होना चाहिए। इसलिए, यह आपके फोकस को बेहतर बनाने में भी मदद करता है
हम आगे की ओर बढ़ते हैं। तो पैर के पिछले हिस्से की मांसपेशियों का उपयोग नहीं होता परन्तु रिवर्स वॉकिंग करते हैं, तो मांसपेशियां भी गति में आ जाती हैं और पैरों को मजबूती प्रदान करती है
अगर मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या रहती है, तो आपको उल्टापैर (Reverse Walking) चलना चाहिए।
रिवर्स वॉकिंग से घुटनों पर कम दबाव पड़ता है जिन लोगों को घुटने में दर्द है या चोट लगी है, वे रिवर्स वॉकिंग का उपयोग कर बेहतर सुधार कर सकते हैं। क्योंकि इस तरह चलने से घुटनों पर कम दबाव पड़ता है। रिवर्स या बैकवर्ड रनिंग से घुटनों की पुरानी चोट में भी आराम आता है।
कमर दर्द से छुटकारा चाहते हैं, तो हर रोज कम से कम 15 मिनट रिवर्स वॉकिंग करें।
आप का दिन भर बैठे रहते तो हो सकता है कि लगातार या गलत तरीके से बैठने के कारण आपको कमर दर्द हो। इसके लिए रिवर्स वॉकिंग करें।
और निश्चित रूप से, वजन घटाने में तो रिवर्स वॉकिंग कारगर है ही।
रिवर्स वॉकिंग यानी उल्टा चलने के बहुत सारे फायदे हैं।
ध्यान रखें:
जहां आप घूम रहे हैं वहां आपके रास्ते में कोई सामान, खड्डा,या गीला नहीं हो हमेशा जूते पहन कर ही घूमें
किसी बिमारी का उपचार ले रहे हो तो अपने
चिकित्सक से परामर्श से लेकर ही उल्टा घूमें
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