Dadi Nani ke Nuskhe

*दादी  नानी के नुस्खे*


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Dadi Nani ke Nuskhe


पहले छोटी-छोटी बिमारियों के लिए घर के बुजुर्गो के पास अनेकों      नुस्खे होते थे जो बिमारियों पर रामबाण थे उनमें से कुछ

  
 कान दर्द होने पर  प्याज के रस को गरम करके 4/5 बूंद कान में डालने से कान का दर्द दूर हो जाता है।

दांत दर्द होने पर हल्दी बारीक पिसा सेंधा नमक और  सरसों के तेल में मिलाकर सुबह-शाम मंजन करने से दांतों का दर्द बंद हो जाता है।

 दांतों के सुराख (कैविटी) में बारीक पिसा कपूर को दांतों पर उंगली से  मलें। सुराखों को भली प्रकार साफ कर लें। फिर सुराखों के नीचे कपूर को कुछ समय तक दबाकर रखने से दांतों का दर्द में आराम मिलता है 

बच्चों के पेट के कीड़े होने पर सुबह एवं शाम को प्याज का रस गरम करके करीब  10  ग्राम पिलाने से कीड़े मर जाते हैं। 

पेट में कीड़े होने पर 1 बड़ा चम्मच सेम के पत्तों का रस एवं शहद  मिलाकर प्रात:, मध्यान्ह एवं सायं को पीने से केंचुए तथा कीड़े 4-5 दिन में मरकर बाहर निकल जाते हैं। 

छोटे बच्चों को उल्टी दस्त पके हुए अनार का रस गुनगुना गरम करके प्रात:, मध्यान्ह एवं सायं को 1-1 चम्मच पिलाने से शिशु-उल्टियां बंद हो जाता है।
 
कब्जी होने पर 1 बड़े साइज के नींबू काटकर रात्रिभर ओस में पड़ा रहने दें। सुबह 1 गिलास पानी में नींबू  निचोड़कर  शक्कर व नाममात्र का काला नमक डालकर पीने से कब्ज  दूर हो जाता है।

आग से जल जाने पर कच्चे आलू के रस को जले हुए स्थान पर लगाने से आराम हो जाता है इसके अलावा इमली की छाल जलाकर महीन चूर्ण बना लें, उस चूर्ण को गो-घृत में मिलाकर जले हुए स्थान पर लगाने से आराम मिलता है

कान की फुंसी  होने पर लहसुन को सरसों के तेल में पकाकर, उस तेल को सुबह, दोपहर और शाम को कान में 2-2 बूंद डालने से कान दर्द आराम आ जाता है। 

 पेशाब की जलन होने पर ताजे करेले  के रसको 50 ग्राम की खुराक बनाकर 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) पीने से पेशाब की कड़क एवं जलन ठीक हो जाती है। 

फोड़े फुन्सी होने पर नीम की मुलायम पत्तियों को पीसकर -घी  में पकाकर सुहाता सुहाता फोड़े पर पट्टी बांधने से पुराने तथा असाध्य फोड़े भी ठीक हो जाते हैं। 

शुगर  (मधुमेह) होने पर जामुन की गुठली का पाउडर प्रतिदिन 3 बार 5ग्राम की मात्रा में (सुबह, दोपहर और शाम) ताजे जल के साथ लेने से पेशाब के साथ चीनी आनी बंद हो जाती है। इसके अतिरिक्त ताजे करेले का रस 2 तोला नित्य पीने से भी उक्त रोग में लाभ होता है।

 मस्तिष्क की कमजोरी महसूस होने पर  मेहंदी पाउडर शुद्ध शहद के साथ प्रतिदिन 3 बार (सुबह, दोपहर और शाम) सेवन करने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर हो जाती है और स्मरण शक्ति ठीक होती है तथा सिरदर्द में भी आराम हो जाता है। 

खूनी दस्त होने पर जामुन की गुठली को ताजे पानी के साथ पीस-छानकर, 4-5 दिन सुबह 1 गिलास पीने से खूनी दस्त बंद हो जाता है। ध्यान रहे इसमें शक्कर आदि कुछ भी नहीं मिलाना है

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