Sore Throat
गला बैठना / खराश
गला बैठना एक आम समस्या होती है, इसमें गले की आवाज असाधारण रूप से बदल जाती है। गला बैठने की समस्या अक्सर गला सूखने या गले में खुजली व जलन जैसी समस्याओं के साथ होती है। गला बैठने का सबसे मुख्य कारण जुकाम या साइनस संक्रमण होता है। ये समस्याएं दो हफ्तों के भीतर अपने आप ठीक हो जाती हैं।
*गला के बैठने के बाद पुनः अपनी आवाज़ सही करना चाहतें हैं तो ये घरेलू नुस्खे आजमाए*
अदरक का रस 10 ग्राम ,निम्बू का रस 10 मिली और एक ग्राम सेंधा नमक मिलाकर दिन में तीन बार आहिस्ता -आहिस्ता पीने से आवाज ठीक होती है।
*जामुन की गुठलियाँ को पीसकर शहद में मिलाकर गोलियां बनालें एक एक गोली दिन में चार बार चूसें। गले की आवाज बैठने में व खांसी में तथा आवाज का भारीपन भी ठीक हो जाता है।*
सोते समय मुलहठी की छोटी सी गांठ मुख में चूसते रहे और मुंह में रखकर ही सो जाए। सुबह तक गला साफ हो जायेगा।
*रात में मुलहठी चूर्ण को पान के पत्ते में खाने से सुबह गला खुलने के साथ-साथ गले का दर्द और सूजन भी दूर होती है।*
खराश रहती है या जुकाम में एलर्जी के कारण गले में तकलीफ है, वह सुबह-शाम दोनों वक्त चार-पांच मुनक्का के दानों को खूब चबाकर खा लें,
*कच्चा सुहागा आधा ग्राम मुंह में रखकर चुसते रहें। दो तीन घण्टों मे ही गले को बहुत आराम आ जाएगा*
रात को सोते समय सात काली मिर्च सात बताशो में रख कर चबाकर सो जायें।
*1 कप पानी में 4-5 कालीमिर्च एवं तुलसी की थोंडी सी पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीएं*
गुनगुने पानी में नमक मिला कर दिन में दो-तीन बार गरारे करें। गरारे करने के तुरन्त बाद कुछ ठंडा न लें अगर लेना ही पडे तो गर्म चाय या गुनगुना पानी पिएं जिससे गले को आराम मिलेगा।
*गले में खराश होने पर सुबह-सुबह सौंफ चबाने से बंद गला खुल जाता है।*
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