Pudeena

*पुदीना*..

पुदीना गर्मियों में एक सुगंधित औषध है  यह रुचिकर, पचने में हलका, तीखा ह्रदय के लिए अमृत  कफ को बाहर लानेवाला, चित्त को प्रसन्न करनेवाला हैं ।
पुदीने के सेवन से भूख खुलकर लगती है और  पेट के लिए विशेष लाभकारी है

*अपच, अजीर्ण, अरुचि, मंदाग्नि, अफरा, पेचिश, पेट में मरोड़, अतिसार, उलटियाँ, खट्टी डकारें आदि में पुदीने के रस में जीरे का चूर्ण व आधे नींबू का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है*

गर्मी के कारण व्याकुलता बढ़ने पर एक गिलास ठंडे पानी में पुदीने का रस तथा मिश्री मिलाकर पीने से शीतलता आती है ।

 *ताजा पुदीना, काली मिर्च, अदरक, सेंधा नमक, काली द्राक्ष और जीरा – इन सबकी चटनी बनाकर उसमें नींबू का रस* *मिलाकर कर खाने ने रूचि उत्पन्न होती है,  पाचनशक्ति तेज होती है । पेट के रोगों में लाभकारी है* ।

पुदीना पीसकर ललाट पर लेप करें तथा पुदीने का शरबत पिएं सर दर्द में आराम आजाएगा

*गर्मी में जुकाम, खाँसी व ज्वर होने पर पुदीना उबाल के पीने से लाभ होता है* *नकसीर आने पर*
*नाक में पुदीने के रस की 3 बूँद डालने से रक्तस्त्राव बंद हो जाता है*

गर्मी की फुंसियाँ होने पर
समान मात्रा में सूखा पुदीना एंव मिश्री पीसकर रख लें । रोज प्रात: आधा गिलास पानी में 4 चम्मच मिलाकर पिएं 


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